Sunday 18 September 2011

इ क़र्ज़ कैसे चुकाइव

सभी भोजपुरिया भाइयो को आपके अपने रवि किशन का प्रणाम : अभी पितृ पक्ष चल रहा है पूरखो को सादर नमन करता हूँ. पिछला सप्ताह काफी कष्टदायक रहा मेरे लिए . वैसे तो इस दौरान ढेरो ख़ुशी आई जीवन में लेकिन एक हादसे ने मेरे परिवार को विचलित कर दिया . मेरे ही घर में रहने वाली मथुरा की रूबी ने जिस तरह अपने प्राण त्याग दिए उससे मन विचलित हो गया . रूबी धार्मिक प्रवृति की महिला थी. उसकी सुबह की शुरुवात पूजा पाठ से होती थी . अभी तक मेरे समझ से परे है की उसने ऐसा कदम क्यों उठाया ? खैर भगवान उसकी आत्मा को शान्ति प्रदान करें. वैसे मुझे भरोसा है की उनकी धार्मिक क्रियाकलापों के कारण उन्हें मोक्ष की प्राप्ति मिल गयी होगी और उनका पूर्णजन्म हो गया होगा . खैर मेरे लगातार घर में रहने से मेरे परिवार को इस आकस्मिक परेशानी से काफी हद तक छुटकारा मिल गया है , बच्चो के चेहरे पर भी अब धीरे धीरे मुस्कान लौटने लगी है . अभी महुआ टीवी के शो नाच नचैया धूम मचैया की शूटिंग कर रहा हूँ और रात को हिंदी फिल्म अज़ान की शूटिंग के लिए बंकोक जाना है इसीलिए अभी ही अपने दिल की बात आप से शेयर कर रहा हूँ. सबसे पहले तो मैं आपलोगों का शुक्रगुजार हूँ की नाच नचैया धूम मचैया की टीआरपी बिहार उत्तरप्रदेश में हिंदी चैनलों पर चल रहे किसी भी शो से बहुत ज्यादा है. उत्तरप्रदेश में तो महुआ ने इस शो से अपनी दमदार मौजूदगी दर्ज करायी है . मैंने शीर्षक में लिखा है इ क़र्ज़ कैसे चुकाइव ... दरअसल मैं पहले से ही भोजपुरिया भाई बहनों का कर्ज़दार हूँ अब एक और बड़ा क़र्ज़ आ गया है . बिहार में शुक्रवार को हमारे फेंस ने जो कुछ भी किया इसकी कल्पना मैंने कभी नहीं की थी ...मैंने कभी सोचा नहीं था की ऐसा भी कोई पल मेरी जिंदगी में आएगा. हमारी मौजूदगी में तो हमारे फेंस अपने कामो से हमें अपना कर्ज़दार बनाते रहते हैं लेकिन मेरी गैरमौजूदगी में हमारे फेंस ने बिहार की राजधानी पटना , मुजफ्फरपुर, मोतिहारी में मेरे कट आउट को विधिवत पूजा अर्चना कर दूध से नहलाया . मुझे पहले से इसकी जानकारी तक नहीं थी , कल मीडिया के मेरे कुछ दोस्तों ने मुझे बताया तो मैं आश्चर्य में पर गया, वैसे मैं पिछले हफ्ते ही बिहार गया था , ताज पुर , समस्तीपुर, दरभंगा में हमारे भाई बहन और प्रशंषको ने जिस तरह हमारा से स्वागत किया उससे मैं अभिभूत हो गया . यही नहीं दर्शको ने जिस तरह पिछले सप्ताह रिलीज़ हुई मेरी फिल्म संतान को हाथो हाथ लिया उससे काफी ख़ुशी हुई . फिर अगले ही सप्ताह यानी इस शुक्रवार को फौलाद रिलीज़ हुई और उसे भी बहुत ही अच्छी शुरुवात मिली है , ऊपर से मेरे फेंस ने जगह जगह मेरे कट आउट का दुग्धाविशेक किया गया और दर्शको के बीच लड्डू बांटा गया. सच पूछिए तो काफी ख़ुशी होती है जब हमें हौसला बढ़ने वाले हमारे दर्शक के क्रियाकलापों से दिल खुशियों से भर जाता है. पटना में कलाकारों की कोई कमी नहीं है उन सभी ने उस कार्यक्रम में अपनी मौजूदगी दर्ज कराई उसके लिए उनका तहे दिल से शुक्रगुजार हूँ. ऐसा मान सम्मान दुनिया के कम ही लोगो को नसीब होता है ख़ुशी है की उन चंद लोगो में मैं भी शामिल हूँ. अंत में मैं आप सभी भोजपुरिया भाइयो के प्रति आभार व्यक्त करता हूँ की आज मुझे ये सम्मान मिला है ...हालांकि जो क़र्ज़ आपलोगों का है मुझपर उसे ताउम्र चुकाना मुश्किल है मेरे लिए .... गोर लागा तानी आप लोगन के ...अगला सप्ताह फेरु मुलाकात होई . आपलोग मेरे दिल की बात मुंबई से प्रकाशित हिंदी दैनिक हमारा महानगर में हर रविवार पढ़ सकते हैं .
आपका
रवि किशन

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